उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बालिकाओं के विकास और प्रगति के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। सरकार चाहती है कि बेटियां सशक्त और संबल बने जिससे समाज में उनका कद और ऊंचा हो सके। इनमें से एक महत्वपूर्ण योजना है भाग्य लक्ष्मी योजना (Bhagya Laxmi Yojana)। इस योजना का मुख्य उद्देश्य बेटियों के जन्म को बढ़ावा देना, उनके स्वास्थ्य और शिक्षा का ध्यान रखना और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
इस ब्लॉग पोस्ट में हम उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना, भाग्य लक्ष्मी योजना (Bhagya Laxmi Yojana) के बारे में बात करेंगे। जैसे- यह योजना क्या है, इसकी विशेषता क्या है, इसके लिए पात्रता और लाभ क्या है इत्यादि मुद्दो पर व्यापक चर्चा और जानकारी उपलब्ध करायी गई है।
Bhagya Laxmi Yojana क्या है?
भाग्य लक्ष्मी योजना के माध्यम से, उत्तर प्रदेश सरकार ने सामाजिक समानता की दिशा में महत्वपूर्ण कल्याणकारी कदम उठाया है। गरीबी और आर्थिक असुरक्षा के कारण कन्या भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध को भी विराम लागाने का एक सार्थक प्रयास है। Bhagya Laxmi Yojana के तहत बालिका के जन्म होने पर रू 50000 (पचास हजार) का बांड और 5100 रुपये नगद बालिका के माँ को सरकार द्वारा दिया जाता है। बांड, 21 साल के बाद मैच्योर होकर 2 लाख रुपये हो जाता है। इसके अलावा बालिका के जन्म से लेकर पढ़ाई तक का खर्चा भी सरकार अलग-अलग किस्तों में वहन करती है।
Bhagya Laxmi Yojana का तालिकावत विवरण (Highlights)
योजना का नाम | Bhagya Laxmi Yojana Uttar Pradesh |
विस्तार क्षेत्र | उत्तर प्रदेश |
लागू वर्ष | 2023 |
उद्देश्य | बेटियों के जन्म को बढ़ावा देना, उनके स्वास्थ्य और शिक्षा का ध्यान रखना और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। |
लाभ | 1- बालिका की शादी के लिये दो लाख रुपये की मैच्यूरिटी का बांड। 2- 5100 रुपये की त्वरित सहायता। 3- बेटी की शिक्षा के लिए कक्षावार आर्थिक सहायता। |
आवेदन प्रक्रिया | आफलाइन |
लाभार्थी | दो लाख रुपये से कम की वार्षिक आय वाला परिवार |
आधिकारिक वेबसाईट | https://www.mahilakalyan.up.nic.in |
Bhagya Laxmi Yojana के उद्देश्य
भाग्य लक्ष्मी योजना के उद्देश्य निम्नलिखित है
- आर्थिक सहायता देकर बेटियों को सशक्त और संबल बनाना।
- बालिका के जन्म को प्रोत्साहन देना।
- कन्या भूण हत्या को रोकना जिससे समाज में लिंगानुपात1 का समन्वय बना रहे और सामाजिक संतुलन न बिगड़े।
- बेटियों के प्रति समाज में फैले नकारात्मक सोच और रुढिवादिता2 को समाप्त करना।
- बेटियों की साक्षरता दर को और अधिक बढ़ाना ।
Bhagya Laxmi Yojana की विशेषताएं
भाग्य लक्ष्मी योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बेटियों के कल्याण और विकास के लिए चलाई जा रही एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना की कुछ विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
1- बेटी के जन्म को बढ़ावा देना
यह योजना बेटियों के जन्म को बढ़ावा देती है, क्योंकि यह योजना बेटी के जन्म पर 5100 रुपये की त्वरित आर्थिक सहायता प्रदान करती है। इसके अलावा 50000 रुपये का बांड भी दिया जाता है जिसकी कीमत बेटी की शादी के समय दो लाख रुपये हो जाती है। इससे बेटियों को समाज में एक सम्मानित स्थान मिलेगा और कन्या भ्रूण हत्या को रोकने में मदद मिलेगी।
2- बेटियों के स्वास्थ्य और शिक्षा का ध्यान रखना
भाग्य लक्ष्मी योजना (Bhagya Laxmi Yojana) बेटियों के स्वास्थ्य और शिक्षा का ध्यान रखती है, क्योंकि यह योजना बेटियों को शिक्षा के लिए कक्षावार आर्थिक सहायता प्रदान करती है। जिससे बेटियों को एक बेहतर भविष्य मिल सके और वे समाज में अपना योगदान दे सकें।
3- बेटियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना
बेटियां आर्थिक रुप से किसी के उपर आश्रित न रहें इसके लिये इस योजना के माध्यम से बेटियों को आर्थिक रूप से सशक्त और सक्षम बनाया जाता है, क्योंकि यह योजना बेटियों को शिक्षा और शादी के खर्च के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है। इससे बेटियों को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी।
Bhagya Laxmi Yojana के योजना के लाभ
भाग्य लक्षमी योजना के निम्नलिखित लाभ है-
1- बेटी के जन्म पर 50,000 रुपये का बांड
भाग्य लक्ष्मी योजना (Bhagya Laxmi Yojana) के तहत, बेटी के जन्म पर उसके माता-पिता को 50,000 रुपये का बांड दिया जाता है। यह बांड 21 साल बाद मैच्योर होकर 2 लाख रुपये की वैल्यू का हो जाता है। बांड के दो लाख रुपये को बेटी की शादी के खर्च के लिए उपयोग किया जा सकता है।
2- 5100 रुपये की त्वरित आर्थिक सहायता
इस योजना के तहत, बेटी के जन्म के समय उसकी मां को 5100 रुपये की त्वरित आर्थिक सहायता दी जाती है। यह सहायता धनराशि बेटी के जन्म के बाद देखभाल के खर्च के लिए उपयोग की जा सकती है। जिससे मां प्रसवोपरांत अपनी देख-भाल और नवजात बेटी का पालन-पोषण सही तरीके से कर सके।
3- बेटी की शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता
भाग्य लक्ष्मी योजना उत्तर प्रदेश (Bhagya Laxmi Yojana) में बेटियों की शिक्षा के लिये कक्षावार (Classwise) आर्थिक सहायता को भी समाहित किया गया है। यह बेटियों के बेहतर भविष्य के निर्माण में एक महत्वपूर्ण कदम है। शिक्षा ही आर्थिक रुप से सशक्त बनाने और समाज में उचित सामाजिक स्थान दिलाने की कड़ी है।
शिक्षा के लिये कक्षावार आर्थिक सहायता निम्नलिखित सारणी के अनुसार देय है-
कक्षा | देय धनराशि (रुपये में) |
6 वी | Rs 3000 |
8 वी | Rs 5000 |
10 वी | Rs 7000 |
12 वी | Rs 8000 |
Total | Rs 23000 |
कक्षा 6 में पहुंचने पर उसके खाते में 3,000 रुपये, कक्षा 8 में पहुंचने पर 5,000 रुपये, कक्षा 10 में पहुंचने पर 7,000 रुपये और कक्षा 12 में पहुंचने पर 8,000 रुपये जमा किए जाते हैं। यह सहायता बेटी की शिक्षा के खर्च के लिए उपयोग की जा सकती है।
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भाग्य लक्ष्मी योजना की पात्रता
भाग्य लक्ष्मी योजना के लिए पात्रता बिंदू निम्नलिखित है:
- आवेदक परिवार उत्तर प्रदेश का स्थाई एवं मूल निवासी होना चाहिए।
- आवेदक बीपीएल श्रेणी का होना चाहिए।
- आवेदक परिवार की वार्षिक आय 2 लाख रुपये से अधिक नही होनी चाहिए।
- आवेदक परिवार में दो से अधिक बेटियां नहीं होनी चाहिए।
- जन्म लेने वाली बालिका का एक साल के अंदर आंगनवाणी केंद्र में पंजीकरण होना चाहिये।
आवश्यक दस्तावेज
भाग्य लक्ष्मी योजना के लिए आवेदन करने के लिए, आवेदक को निम्नलिखित दस्तावेज जमा करने होंगे:
- आवेदन पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र (केवल OBC / SC/ ST हेतू)
- बेटी का जन्म प्रमाण पत्र
- माता पिता का आधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाईल नंबर
Bhagya Laxmi Yojana में आवेदन प्रक्रिया
भाग्य लक्ष्मी योजना में आवेदन प्रक्रिया अभी तक केवल आफलाइन के माध्यम से ही है । इसके लिये निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा।
- आफलाइन आवेदन के लिए सबसे पहले इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- वहां पर भाग्यलक्ष्मी योजना के लिये आवेदन फॉर्म पीडीएफ़ को डाउनलोड करना है।
- इस पीडीएफ फार्म में मांगी गयी सूचानाओं को ठीक प्रकार से भर देना है।
- इस आवेदन फार्म के साथ सभी आवश्यक दस्तावेज संलग्न करके अपने आंगनवाडी केंद्र या महिला बाल विकास विभाग के कार्यालय में जमा कर देना है।
- कार्यालय में आवेदन पत्र सहित सभी संलग्नको की जांच की जाती है।
- आवेदन पत्रावली त्रुटिरहित होने पर विभाग द्वारा सत्यापन कराया जाता है।
- सत्यापनोपरांत आवेदन वैध पाये जाने पर अनुमोदन हेतू संबंधित अधिकारी को अग्रेसित कर दिया जाता है।
- सक्षम अधिकारी द्वारा अनुमोदन प्राप्त होते ही लाभार्थी को योजना का लाभ दे दिया जाता है।
- इस योजना के पीडीएफ फार्म को डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करे।
भाग्य लक्ष्मी योजना बेटियों के बेहतर भविष्य के निर्माण में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना बेटियों को शिक्षा और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में मदद करेगी और उन्हें समाज में एक सम्मानित स्थान दिलाएगी।
हेल्प डेस्क (Help Desk)
आधिकारिक बेवसाईट | यहां क्लिक करें |
संपर्क नम्बर | 0522-2239328 |
कार्यालय का पता | प्रथम तल , बापू भवन सचिवालय लखनऊ उ. प्र. |
होम पेज | यहां क्लिक करें |
समापन (Conclusion)
इस योजना से बेटियों के प्रति समाज की सोच में बदलाव लाने और उन्हें समानता का अधिकार दिलाने में मदद मिलेगी। भाग्य लक्ष्मी योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की गयी एक सकारात्मक पहल है जो बेटियों के बेहतर भविष्य के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान है। इस आर्टिकल में Bhagya Laxmi Yojana के संपूर्ण विवरण को प्रस्तुत करने का यथा संभव प्रयास किया है , आशा है आप इस जानकारी को पढ़कर अवश्य लाभांवित हुये होंगे और दुसरों को भी लाभांवित कर पायेंगे। अंत तक इस जानकारी युक्त लेख को पढ़ने के लिये बहुत – बहुत धन्यवाद।
सामान्य प्रश्नोत्तर (FAQs)
क्या Bhagya laxmi Yojana समाज के सभी वर्गों के लिये है?
यह योजना गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले ऐसे परिवारों के लिये है जिनकी वार्षिक आमदनी दो लाख रुपये से कम है।
क्या Bhagya laxmi Yojana का लाभ बालको के जन्म पर भी है?
नही, केवल बालिका के जन्म पर ही इस योजना का लाभ मिलता है।
Bhagya laxmi Yojana के लिये आवेदन कैसे करें ?
इसके लिए सबसे पहले उत्तर प्रदेश सरकार के महिला एवं विकास विभाग की वेबसाइट पर जाएं। यहा से Bhagya Laxmi Yojana के विकल्प पर जाकर फॉर्म का प्रिंट आउट निकाल लें। इस फॉर्म को भरने के बाद मांगे गए दस्तावेज संलग्न करके अपने गांव के आंगनबाड़ी केंद्र या महिला कल्याण विभाग के कार्यालय में जाकर जमा कर दें।
क्या Bhagya laxmi Yojana के लाभ हेतू आवेदन आनलाइन भी है?
नही,अभी तक केवल आफलाइन ही है।
क्या Bhagya laxmi Yojana में दो लाख रुपये एकमुस्त दिये जाते है?
नही, बालिका के जन्म के समय पचास हजार का बांड पेपर दिया जाता है जो बालिका के शादी के समय दो लाख रुपये की कीमत का हो जाता है।
शब्दावली (Terminology)
- लिंगानुपात : किसी जनसंख्या में पुरुषों और महिलाओं के अनुपात को लिंगानुपात कहा जाता है।अर्थात प्रति एक हज़ार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या का अनुपात लिंगानुपात होता है। ↩︎
- रूढ़िवाद: एक ऐसी विचारधारा है जो पारंपरिक मान्यताओं का अनुकरण तार्किकता या वैज्ञानिकता के आधार पर न करके केवल आस्था तथा आड़म्बरों के आधार पर करती है। ↩︎
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