PAN 2.0 (Digital and Smart Pan Card) : सबको बदलना होगा अपना पैन कार्ड, जानें डिजिटल और स्मार्ट पैन कार्ड के फायदे और नई सुविधाएं !

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PAN 2.0 (Digital and Smart Pan Card), भारत सरकार की एक प्रमुख ई-गवर्नेंस पहल है, जिसका उद्देश्य पैन (स्थायी खाता संख्या) और टीएएन (टैक्स कटौती और संग्रह खाता संख्या) सेवाओं को पूरी तरह से डिजिटल बनाना है। इस परियोजना को कैबिनेट की आर्थिक मामलों की समिति (CCEA) ने मंजूरी दी है। पैन 2.0 का उद्देश्य मौजूदा प्रणाली को अधिक तेज़, सुरक्षित और यूजर-फ्रेंडली बनाना है, जो डिजिटल इंडिया के विजन के अनुरूप है।

यदि आप मौजूदा पैन कार्ड धारक है तो यह पोस्ट आपके लिए है। इस लेख में PAN 2.0 (Digital and Smart Pan Card) के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है।

PAN 2.0 (Digital and Smart Pan Card) क्या है?

PAN 2.0 (Digital and Smart Pan Card) मौजूदा पैन प्रणाली का उन्नत संस्करण है, जिसमें नई सुविधाएँ और डिजिटल सेवाओं का एकीकृत पोर्टल शामिल है। इस परियोजना के तहत, पैन और टीएएन (TAN) से संबंधित सभी सेवाएँ जैसे आवेदन, अपडेट, सुधार, सत्यापन आदि एक ही पोर्टल पर उपलब्ध होंगी​।

पैन 2.0 की विशेषताएं और उद्देश्य

  • डिजिटल इंडिया के तहत टैक्स सिस्टम का आधुनिकीकरण: PAN 2.0 का मुख्य उद्देश्य मौजूदा पैन प्रणाली को पूरी तरह से डिजिटल बनाना है। यह पूरी प्रक्रिया को पेपरलेस बनाएगा, जिससे पैन के लिए आवेदन, अपडेट और शिकायत निवारण जैसे कार्य पूरी तरह से ऑनलाइन और तेज़ी से पूरे हो सकेंगे​।
  • डायनामिक क्यूआर कोड: नए पैन कार्ड PAN 2.0 (Digital and Smart Pan Card) में एक डायनामिक क्यूआर कोड होगा, जिसे स्कैन करने पर कार्डधारक की ताज़ा जानकारी जैसे नाम, जन्म तिथि, फोटो और हस्ताक्षर प्रदर्शित होंगे​।
  • सभी सेवाओं के लिए एकीकृत पोर्टल: PAN 2.0 के तहत, पैन और टीएएन (TAN) से संबंधित सभी सेवाओं को एक एकीकृत पोर्टल के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा। इससे आवेदन, सुधार और शिकायत निवारण जैसी सेवाओं को एक ही पोर्टल पर पूरा किया जा सकेगा​​।
  • पेपरलेस प्रोसेसिंग: PAN 2.0 (Digital and Smart Pan Card) के तहत आवेदन और अपडेट पूरी तरह से ऑनलाइन और पेपरलेस होंगे, जिससे पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा​।
  • कॉमन बिजनेस आइडेंटिफायर (CBI): केंद्रीय बजट 2023 के अनुसार, पैन 2.0 सभी व्यवसायों के लिए कॉमन बिजनेस आइडेंटिफायर (CBI) के रूप में कार्य करेगा​।
  • डेटा सुरक्षा और गोपनीयता: पैन धारकों के डेटा की सुरक्षा के लिए एक “डाटा वॉल्ट” प्रणाली लागू की जाएगी, जो साइबर सुरक्षा मानकों का पालन करती है​।
  • ई-मेल पर उपलब्धता: अब आपको अपने नये पैन कार्ड PAN 2.0 (Digital and Smart Pan Card) का फिजिकल वर्जन पाने के लिए इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा। आप इसे सीधे अपने ईमेल पर डाउनलोड कर सकेंगे।

किसको पैन 2.0 की आवश्यकता है?

पैन 2.0 प्रणाली के तहत, मौजूदा पैन धारकों को अभी तुरंत नया पैन कार्ड प्राप्त करने की आवश्यकता नहीं है। उनका पुराना पैन कार्ड मान्य रहेगा। हालाँकि, जो व्यक्ति अपनी जानकारी (जैसे नाम, पता, जन्म तिथि) में बदलाव करना चाहते हैं, वे इसे अपडेट कर सकते हैं। PAN 2.0 (Digital and Smart Pan Card) के लिए जब सरकार आदेश जारी करेगी तब, सभी मौजूदा पैन कार्ड धारकों को अपने पैन कार्ड को इस नये स्मार्ट पैन कार्ड PAN 2.0 में अपग्रेड करना होगा।

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पैन 2.0 के लाभ

  • तेज़ और आसान प्रक्रिया: PAN 2.0 (Digital and Smart Pan Card) के तहत आवेदन और अपडेट की प्रक्रिया तेज़ और आसान होगी।
  • ऑनलाइन शिकायत निवारण: नई प्रणाली में शिकायत निवारण के लिए एक केंद्रीकृत पोर्टल होगा, जहाँ यूजर्स अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
  • उन्नत सुरक्षा: PAN 2.0 (Digital and Smart Pan Card) की जानकारी की सुरक्षा के लिए उन्नत डेटा एन्क्रिप्शन तकनीक का उपयोग किया जाएगा, जिससे साइबर सुरक्षा में सुधार होगा​।
  • व्यवसायों के लिए लाभ: व्यापारिक संस्थानों के लिए पैन को कॉमन बिजनेस आइडेंटिफायर के रूप में मान्यता दी जाएगी, जिससे उन्हें विभिन्न सरकारी एजेंसियों के साथ लेन-देन करने में सुविधा होगी​।

पुराने पैन कार्ड का क्या होगा?

अभी पुराने पैन कार्ड मान्य रहेंगे। यदि कार्ड धारक क्यूआर कोड वाला नया कार्डPAN 2.0 (Digital and Smart Pan Card) चाहते हैं, तो वे इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। हालाँकि, कुछ समय के बाद सबको अपने पुराने पैन कार्ड को इस नये पैन कार्ड PAN 2.0 में अपग्रेड करना अनिवार्य होगा।

डुप्लीकेट पैन और पैन संख्या में बदलाव

  • डुप्लीकेट पैन की पहचान: PAN 2.0 (Digital and Smart Pan Card) प्रणाली डुप्लीकेट पैन का स्वत: पता लगाने के लिए उन्नत तकनीक का उपयोग करेगी, ताकि एक व्यक्ति के पास एक से अधिक पैन न हो​।
  • पैन संख्या में कोई बदलाव नहीं: पैन धारकों की पैन संख्या वही रहेगी, केवल पैन कार्ड का संस्करण बदलकर नया PAN 2.0 हो जायेगा।

पैन 2.0 का बजट और लॉन्च

  • बजट: PAN 2.0 (Digital and Smart Pan Card) परियोजना के लिए सरकार ने 1,435 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया है​।
  • लॉन्च तिथि: PAN 2.0 (Digital and Smart Pan Card) के लिए कोई विशिष्ट लॉन्च तिथि घोषित नहीं की गई है, लेकिन इसे जल्द ही लागू किया जाएगा​।

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पैन 2.0 के लिए आवेदन कैसे करें?

अभी तुरंत सभी को पैन 2.0 के लिए आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि मौजूदा पैन कार्ड अभी मान्य हैं। हालाँकि, यदि कोई व्यक्ति अपना पता, नाम, जन्म तिथि या अन्य विवरण बदलना चाहता है, अथवा अपन पुराने पैन कार्ड को PAN 2.0 (Digital and Smart Pan Card) में बदलना चाहता है तो वह निम्नलिखित पोर्टल्स पर जाकर अपडेट कर सकता है।

PAN 2.0 बनवाने के लिए आवेदन शुल्क

नया पैन कार्ड PAN 2.0 (Digital and Smart Pan Card) बनवाने के लिए कोई शुल्क नहीं लगेगा। आवेदन करने के बाद डिजिटल पैन कार्ड ई-मेल पर प्राप्त हो जायेगा। ,यदि आप PAN 2.0 की फिजिकल कॉपी (कार्ड) चाहते हैं, तो इसके लिए 50 रुपये का शुल्क निधारित है।

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निष्कर्ष-Conclusion

PAN 2.0 (Digital and Smart Pan Card) परियोजना, भारत की कर प्रणाली को आधुनिक और पेपरलेस बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह परियोजना न केवल प्रक्रियाओं को सरल बनाएगी बल्कि पैन और टीएएन से संबंधित सभी सेवाओं को एक एकीकृत पोर्टल पर लाएगी। इसके तहत मौजूदा पैन धारकों को नया पैन कार्ड प्राप्त करने की आवश्यकता नहीं है, और आवश्यकतानुसार सभी अपडेट निशुल्क किए जा सकते हैं। यह प्रणाली डेटा सुरक्षा को मजबूत करने और डुप्लीकेट पैन की समस्या को हल करने के लिए उन्नत तकनीक का उपयोग करती है​।

सामान्य प्रश्नोत्तर (FAQs)

नहीं, PAN 2.0 के तहत मौजूदा पैन कार्ड धारकों को नया पैन कार्ड बनवाने की आवश्यकता नहीं होगी। पुराने पैन कार्ड का उपयोग जारी रहेगा। हालांकि, नई सुविधाओं का लाभ लेने के लिए कार्ड को अपडेट करने की प्रक्रिया का पालन करना पड़ सकता है।

PAN 2.0 के पैन कार्ड पर डायनामिक क्यूआर कोड दिया जाएगा। इसे स्कैन करके पैन कार्ड धारक की जानकारी (जैसे नाम, पैन नंबर, जन्म तिथि आदि) तुरंत प्राप्त की जा सकेगी। यह प्रक्रिया कागजी कार्रवाई को कम करेगी और सत्यापन को तेज और अधिक सुरक्षित बनाएगी।

नहीं, मौजूदा पैन कार्ड धारकों को पैन 2.0 के लिए आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है। उनका मौजूदा पैन कार्ड वैध रहेगा किंतु इसे नए सिस्टम में अपडेट करना होगा।

PAN 2.0 की आधिकारिक तिथि अभी तक घोषित नहीं की गई है। सरकार धीरे-धीरे इस प्रणाली को लागू कर रही है। जैसे ही अपडेट जारी होगा, सरकार आयकर विभाग के पोर्टल पर इसकी जानकारी देगी।

नया डिजिटल पैन कार्ड (PAN 2.0 ) आमतौर पर आवेदन के बाद 30 मिनट के भीतर ई-मेल पर भेज दिया जाएगा।

शब्दावली - Terminology

  1. CCEA- Cabinet Committee on Economic Affairs – आर्थिक मामलों की समिति – (CCEA) भारत सरकार की एक कैबिनेट समितियों है, जो देश के आर्थिक और वित्तीय मामलों से जुड़े महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए जिम्मेदार होती है। इस समिति का गठन देश के आर्थिक विकास, निवेश और नीति निर्धारण में तेजी लाने के लिए किया गया है।
  2. TAN का पूरा नाम Tax Deduction and Collection Account Number (टैक्स कटौती और संग्रह खाता संख्या) है। यह 10 अंकों का अल्फ़ान्यूमेरिक कोड होता है, जो भारत में उन संस्थाओं (जैसे कंपनियां, फर्म, सरकारी विभाग आदि) को आवंटित किया जाता है जो TDS (Tax Deducted at Source) और TCS (Tax Collected at Source) के तहत कर की कटौती या संग्रह करते हैं।
  3. डाटा वॉल्ट प्रणाली (Data Vault System): डाटा वॉल्ट प्रणाली एक सुरक्षित डेटा भंडारण प्रणाली है, जिसका उद्देश्य संवेदनशील और गोपनीय डेटा की सुरक्षा करना है। इस प्रणाली का उपयोग विशेष रूप से आधार डेटा, PAN 2.0 और अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तिगत और वित्तीय डेटा की सुरक्षा के लिए किया जाता है। इसका प्राथमिक लक्ष्य अनधिकृत पहुंच को रोकना और केवल अधिकृत उपयोगकर्ताओं को डेटा तक पहुंच प्रदान करना है।
  4. कॉमन बिजनेस आइडेंटिफायर (CBI): एक विशिष्ट पहचान संख्या (Unique Identifier) है, जिसे सरकार द्वारा किसी व्यवसाय या कंपनी को सौंपा जाता है। इसका उद्देश्य विभिन्न सरकारी विभागों के साथ व्यापारियों और कंपनियों के लेन-देन को आसान और पारदर्शी बनाना है। भारत में, PAN (Permanent Account Number) को CBI के रूप में उपयोग करने की योजना बनाई जा रही है ताकि व्यापारिक संस्थाओं को कई अलग-अलग पहचान नंबरों की आवश्यकता न हो।

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